रविवार, 20 फ़रवरी 2011

कपिल देव की बराबरी कर खुश हूँ : सहवाग




नई दिल्ली. सहवाग वर्ल्ड कप में कपिल देव के 175 रनों की बराबरी करने पर काफी खुश हैं. 1983 में कपिल देव की ऐसी ही आतिशी पारी के बाद भारत ने वर्ल्ड कप कब्जा जमाया था. अब सहवाग 175 रन बनाने के बाद इतिहास दोहराने के लिए बेकरार हैं. उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मैंने कपिल देव के 175 रन के स्कोर की बराबरी की.

मैंने 2007 का बदला ले लिया : वीरेन्द्र सहवाग


मीरपुर. विश्वकप के पहले मैच में बांग्लादेश को हराने के बाद टीम इण्डिया की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले वीरू ने खुश होते हुए यह बोल ही दिया किये 2007 के विश्वकप में मिली पराजय का बदला ले लिया है.

सहवाग ने कहा कि काफी लोग यह कह रहे थे कि बांग्लादेश का टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है लेकिन वनडे में उसका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. पिछली बार उसने भारत को हरा दिया था.

यह बात मेरे मन में थी कि मुझे 2007 का बदला लेना है और मैंने 2007 का बदला ले लिया. मैं इस जीत के बाद खुद को बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूँ.

यह पूछने पर कि क्या उन पर अच्छा खेलने का दबाव था, सहवाग ने कहा, मुझ पर कोई दबाव नहीं रहता. मेरा ध्यान खेलने और रन बनाने पर ही होता है.

बांग्लादेश को पराजित कर धोनी पहुंचे राँची


रांची. विश्‍वकप क्रिकेट के पहले मैच में बांग्‍लादेश को मसलने के बाद अपनी खुशी बांटने के लिए टीम इंडिया के कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी रविवार को रांची पहुंचे हैं. अधिकारिक तौर पर देखा जाए तो धोनी यहां चल रहे राष्‍ट्रीय खेलों में बतौर मुख्‍य अतिथि शामिल होने व खिलाडि़यों का उत्‍साह बढ़ाने आये हैं.

पिछले दिनों धोनी ने राष्‍ट्रीय खेलों का हिस्‍सा बनने की ख्‍वाहिश जताई थी. उनकी यह ख्‍वाशिह पूरी हो गई और उन्‍हें रांची में चल रहे राष्‍ट्रीय खेलों में बतौर मुख्‍य अतिथि आमंत्रित किया गया निमंत्रण पाते ही धोनी की खुशी दोगुनी हो गई और उन्‍होंने उसे स्‍वीकार कर लिया. धोनी की खुशी और भी ज्‍यादा तब बढ़ गई जब वो विश्‍वकप में पहले मैच में धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद अपने गृह जनपद पहुंचे.

धोनी भैया को देख रांची के निवासी खुशी से झूम उठे. धोनी के स्‍वागत में सबसे पहले यहां जमकर आतिशबाज़ी हुई, मिठाईयां बांटी गईं और जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए. इन कार्यक्रमों में धोनी फैन्‍स क्‍लब ने बढ़-चढ़ कर हिस्‍सा लिया.

रविवार की शाम धोनी राष्‍ट्रीय खेलों के खेल गांव जाएंगे जहां पर वो कार्यक्रम में खिलाडि़यों का उत्‍साहवर्धन करेंगे.

धोनी का यह रांची दौरा राष्‍ट्रीय खेलों के अन्य खेलों के खिलाडि़यों के लिए काफी अहम है क्योंकि इस दौरे के कारण लोग अब क्रिकेट विश्‍वकप के साथ राष्‍ट्रीय खेलों में भी रुचि लेंगे.
अब वह दिन दूर नहीं जब भारत अन्य खेलों में भी पदक और पैसा दोनों ही लाएगा.

न्यूजीलैंड की केन्या पर 10 विकेट से शानदार जीत



चेन्नई. विश्‍वकप 2011 के दूसरे मैच में न्‍यूजीलैंड ने केन्‍या को 10 विकेट से रौंद डाला है. तेज गेंदबाज हामिश बैनेट (16/4) और जैकब ओरम (2/3) की घातक गेंदबाजी के आगे केनियाई बल्‍लेबाज मात्र 69 रन पर सिमट गई, जिसके बाद कीवियों ने बिना विकेट खोए 72 रन बनाते हुए जीत दर्ज की.

स्‍थानीय एमए चिदम्बरम स्टेडियम में रविवार को खेले गए मैच में केन्याई टीम 23.5 ओवरों में महज 69 रनों पर सिमट गई थी. न्यूजीलैंड ने बिना कोई विकेट खोए आठ ओवर में 72 रन बनाकर मैच जीत लिया.

न्यूजीलैंड की ओर से सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुपटिल ने 32 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से शानदार 39 रन बनाए जबकि ब्रेंडन मैक्लम ने 17 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 26 रन बनाए. इन दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए नाबाद 72 रन जोड़े.

इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी केन्या की शुरुआत अच्छी नही रही और उसके सलामी बल्लेबाज एलेक्स ओबान्दा छह रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज टिम साउदी की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए सेरेन वाटर्स ने 42 गेंदों पर एक चौके की मदद से 16 रन बनाए. बैनेट ने वाटर्स को पगबाधा आउट किया। स्टीव टिकोलो दो रन के निजी योग पर बैनेट के शिकार हुए.

टिकोलो का विकेट 42 के योग पर गिरा. शानदार फॉर्म में दिख रहे कोलिन्स ओबयुआ 19 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 14 रन बनाकर चलते बने. ओबयुआ को बैनेट ने पगबाधा आउट किया। मौरिस औमा ने एक रन बनाए। औमा को बैनेट ने पगबाधा आउट किया. औमा का विकेट 49 के योग पर गिरा। कप्तान जिम्मी कामान्डे दो रन बनाकर चलते बने। कामान्डे को ओरम ने मैक्लम के हाथों कैच करवाया.

थॉमस ओडोयो दो रन बनाकर चलते बने. ओडोयो को ओरम ने जेसी राइडर के हाथों लपकवाया। ओडोयो का विकेट 63 के योग पर गिरा. नेहमिया ओधियाम्बो, शेम नगोचे और एलिजाह ओटिएनो बिना खाता खोले पेवेलियन लौटे. राकेप पटेल 16 रन पर नाबाद लौटे. न्यूजीलैंड की ओर से बैनेट ने सर्वाधिक चार विकेट झटके जबकि साउदी और ओरम ने तीन-तीन विकेट चटकाए.

वीरेन्द्र सहवाग और विराट कोहली की विस्‍फोटक बल्लेबाजी से बांग्लादेश हुआ ध्‍वस्‍त


मीरपुर (ढाका). टीम इंडिया ने क्रिकेट विश्‍वकप 2011 को बेहतरीन शुरुआत देते हुए मीरपुर स्‍टेडियम में बांग्‍लादेश को 87 रनों से बुरी तरह पीट दिया.
इस धुआंधार मैच में वीरेंद्र सहवाग और विराट कोहली ने अपने बल्‍ले से ऐसा धमाका किया कि बांग्‍लादेश की टीम पूरी तरह ध्‍वस्‍त हो गई.

इस जीत के साथ भारत ने बांग्लादेश से 2007 विश्व कप के पहले मैच में मिली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया.
175 रन बनाने वाले सहवाग को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

पहले बल्‍लेबाजी करते हुए भारत ने बांग्लादेश के सामने 371 रनों का विशाल लक्ष्य रखा. जवाब में बांग्लादेश ने बल्‍लेबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए लक्ष्‍य तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे.

तमीम इकबाल ने 70 और इमरुल कायेस ने 34 रनों की पारियों के साथ अच्छी शुरुआत दी लेकिन  बाद में जुनैद सिद्दीकी (37) और कप्तान शाकिब अल हसन (55) ने भी बेहद ठोस पारियां खेली.  बांग्‍लादेश की टीम निर्धारित 50 ओवरों में 9 विकेट पर पर 283 रन ही बना सकी.



भारत की ओर से मुनाफ पटेल ने सर्वाधिक चार विकेट झटके जबकि जहीर खान को दो सफलता मिली. यूसुफ पठान और हरभजन सिंह ने एक-एक विकेट लिया.

शांताकुमारन श्रीसंत ने बेहद निराश किया. उन्होंने अपने पांच ओवरों में 53 रन लुटाए.

युवराज सिंह ने भी सात ओवरों में 42 रन दिए और विकेट के लिए तरसते रह गए.
इससे पहले सहवाग ने विश्‍वकप 2011 की पहली गेंद पर चौका लगाते हुए टूर्नामेंट की शुरुआत की. सहवाग ने 140 गेंदों में 14 चौके और पांच छक्के लगाए. कोहली ने 83 गेंदों पर आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से 100 रनों की नाबाद पारी खेली. इसके अलावा सचिन ने 28 और गौतम गंभीर ने 39 रन बनाए.
यूसुफ पठान 8 रन पर नाबाद रहे.

क्रिकेट विश्वकप में भारत ने की अच्छी शुरुआत


भारतीय टीम ने तीन ओवरों की समाप्ति तक बिना कोई विकेट गंवाए 32 रन बना लिए हैं. वीरेंद्र सहवाग आठ गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 18 रन बनाकर खेल रहे हैं जबकि सचिन तेंदुलकर ने भी 10 गेंदों पर तीन चौकों की सहायता से 13 रन बनाए हैं.

सहवाग ने पहले ही ओवर की पहली ही गेंद पर चौका जड़कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं.
विश्व कप में भारत और बांग्लादेश की यह दूसरी भिड़ंत है. इससे पहले 2007 विश्व कप में भारत को बांग्लादेश के हाथों हार मिली थी. भारत और बांग्लादेश की टीम अब तक 22 बार आपस में भिड़ चुकी है, जिसमें 20 बार बांग्लादेश को हार का सामना करना पड़ा है. 2007 के अलावा बांग्लादेश ने 2004 में भारत को हराया था.

 

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